NSA अजित डोभाल: जानिए- इन्हें क्यों कहा जाता है इंडिया का 'जेम्स बॉन्ड' - Ajit Doval News
उत्तराखंड के रहने वाले पौड़ी गढ़वाल के Ajit Doval, 1945 में आजादी से पहले जन्म हुआ। इनके पिता इंडियन आर्मी अफसर थे,और अजमेर मिलेट्री स्कूल में इन्होने अपनी पढ़ाई की। इंडियन पुलिस सर्विस 1968 में इन्होने आईपीएस के रूप में ज्वाइन किया। इन्होंने अपनी 37 साल की नौकरी में सात साल तक पुलिस की नौकरी कि,इसके बात इन्होने आईबी, रो और बहुत कुछ किया जासूस बनकर।
Ajit Doval के बारे में कुछ ख़ास बातें
बालाकोट एयर स्ट्राइक हो, सर्जिकल स्ट्राइक हो या कश्मीर में कोई उठापटक.... भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का जिक्र जरूर आता है. भारत में सालों पहले सबसे पहले कम उम्र के युवा आईपीएस अफसर बने अजित डोभाल के दिमाग का लोहा दुश्मन देश भी मानते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को इंडिया का जेम्स बांड भी कहा जाता है. इसके पीछे इस आईपीएस अफसर के मास्टर माइंड को वजह माना जाता है. बता दें कि वो एक ऐसे भारतीय हैं, जो खुलेआम पाकिस्तान को चेतावनी देने से गुरेज़ नहीं करते।
वह पाकिस्तान के लाहौर में भारतीय दूतावास में छह साल तैनात रहे. कहा जाता है कि वो भारत की सुरक्षा के लिहाज से सूचनाएं जुटाने के लिए लाहौर में मुसलमान बनकर भी वहां घूमे. वे भारत के ऐसे नागरिक हैं, जिन्हें सैन्य सम्मान कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान पाने वाले वह पहले पुलिस अफसर हैं।
1968 केरल बैच के IPS अफसर अजीत डोभाल अपनी नियुक्ति के चार साल बाद साल 1972 में इंटेलीजेंस ब्यूरो से जुड़ गए थे. अजीत डोभाल ने करियर में ज्यादातर समय खुफिया विभाग में ही काम किया है. कहा जाता है कि वह सात साल तक पाकिस्तान में खुफिया जासूस रहे।
1972 में नार्थ एस्ट में भयंकर आतंकवाद फैला हुआ था वह लाल ढेंगा मिजोरम बहुत शक्तिशाली हो गया था। जिसकी वजह से दिल्ली में शोर हो गया सब लोग बहुत घबराये हुये थे , इसी के चलते आईबी ऑफिस में मीटिंग बुलायी और कहा गया कौन जायेगा देखने के लिए सब इधर उधर देख रहे थे तभी अजित डोवाल ने कहा में जाऊंगा वहाँ देखने के लिए। अजित डोवाल अपनी शादी करके लोटे थे हनीमून पर जाने वाले थे, लेकिन उन्होंने कहा में जाऊंगा मिजोरम। इन्होने लाल ढेंगा के साथ उनकी तकलीफ और समस्याओं को समझा, और जब ये इनकी सेना में शामिल हुए तो इन्होने देखा लाल ढेंगा की सेना में सात कमांडर ये सेना चला रहे थे। इन्होने धीरे-धीरे उनसे बात करना शुरू किया और दोस्त बनाया, और फिर इन्होने जानकारी जुटाना शुरू किया।
आशा करता हूं आपको हमारा यह आर्टिकल अजित डोभाल: जानिए- इन्हें क्यों कहा जाता है इंडिया का 'जेम्स बॉन्ड' - Ajit Doval News, पसंद आया होगा. इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया में भी शेयर कीजिए ताकि अन्य लोग भी इसके बारे में जान सकें.