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Shantabai Pawar - 85 साल की उम्र में 'लाठी-काठी' से करतब दिखाकर शांताबाई लोगों को सोचने पर कर देती है मजबूर |

Shantabai Pawar - 85 साल की उम्र में 'लाठी-काठी' से करतब दिखाकर शांताबाई लोगों को सोचने पर कर देती है मजबूर |

  Shantabai Pawar - 85 साल की उम्र में 'लाठी-काठी' से करतब दिखाकर शांताबाई लोगों को सोचने पर कर देती है मजबूर  |


कहते हैं न कि हिम्मत और बुलंद हौसला हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता, इस बात को सच कर दिखाया है 85 साल की उम्र में पुणे की शांताबाई पवार ने। जिन्होंने अपनी काबिलियत और आत्मविश्वास के दम अपने बच्चों को भूखे पेट नहीं सोने दिया।

Shantabai-Pawar
Shantabai Pawar


महाराष्ट्र के पुणे से ताल्लुक रखने वाली शांताबाई पवार ( Shantabai Pawar) एक गरीब परिवार से हैं। वो 85 साल की उम्र में दोनों हाथों से बिना लड़खड़ाए लाठी भांजती दिखाई दें रही हैं। जहां इस उम्र में इंसान को किसी सहारे की जरूरत होती है,उस  उम्र में शांताबाई पवार  पुणे की सड़क पर घूम-घूम कर लाठी की मदद से करतब करती नज़र आ रही हैं, जिसे देखने के बाद लोग  सोचने पर मजबूर हो जाते हैं।  

बॉलीवुड फिल्म में आ चुकी हैं नज़र

शांताबाई ने आठ साल की उम्र से लाठी- काठी चलाने का कौशल राष्ट्रीय सेविका समिति के शिविरों से सीखना शुरू कर दिया था। जिसके बाद धीरे - धीरे शांताबाई अभ्यास करते - करते इसमें पारंगत होती गईं और इस हुनर में नई चीजें भी जोड़ती गईं। इस कला को लोगों तक पहुंचाने के लिए वो विभिन्न स्थानों की यात्रा भी कर चुकी हैं। साथ ही शांताबाई पवार का हिंदी फिल्मों से भी नाता रहा है, वो फिल्म  सीता और गीता और शेरनी में सहायक भूमिका निभाती हुई नज़र आ चुकी हैं, जहां  उनकी भूमिका को काफी ज्यादा सराहा भी गया था। लेकिन कोरोना महामारी की वजह से 85 साल की उम्र में शांताबाई पर दुःखों का पहाड़ आ गिरा, दुकान वालों ने राशन देने से इंकार कर दिया। ऐसे में बच्चों को भूखे पेट देख शांताबाई को काफी तकलीफें होने लगी,तब अपने बच्चों को दो वक़्त की रोटी खिलाने के लिए सड़कों पर अपने करतब को दिखाने का फैसला किया। शांताबाई पवार के परिवार में कुछ अनाथ बच्चे भी शामिल हैं, जिन्हें वो अपने पास रखती हैं और उनकी देखभाल करती हैं।

85 साल की उम्र में सड़कों पर दिखाया करतब

शांताबाई ने सड़कों पर घूम घूम कर  'लाठी काठी' का करतब दिखाना शुरू कर दिया। सबसे पहले शांताबाई पवार आजीविका कमाने के लिए प्रदर्शन करने से पहले बर्तन बजाकर लोगों को  सचेत करती, ताकि लोगों को मालूम हो सके की वो सड़कों पर 'लाठी काठी' का प्रदर्शन शुरू कर चुकी हैं । क्योंकि  कोरोना की वजह ज्यादातर लोग घर के अंदर ही रहते हैं। सड़कों पर शांताबाई कुछ ख़तरनाक स्टंट भी करती, जिसे देखकर लोगों के होश उड़ जाते। 85 साल की उम्र में अपनी गोद में अपने बच्चों को लेकर करतब करके दिखाती है, देखने वालों के दिल - दहल जाते हैं । ऐसे में शांताबाई को अपनी ज़िंदगी से कोई मोह नहीं हैं, बस वो चाहती हैं कि उनके बच्चे कभी भी भूखे पेट न सोए, इसलिए वो इतनी मेहनत कर रही हैं। धीरे - धीरे उनके शानदार करतब को करता देख कुछ लोग पैसे भी देने शुरू कर दिए। फिर अचानक एक लड़की ने करतब करता देख उनका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जिसके बाद रातों-रात शांताबाई सबकी नज़रों में आ गईं।


सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

शांताबाई 
का वीडियो वायरल होने का बाद अभिनेता सोनू सूद और रितेश देशमुख सबसे पहले मदद के लिए आगे आए। सोनू सूद ने शांताबाई के स्टंट को सराहा कहा-वो इस दादी के लिए छोटा-सा ट्रेनिंग स्कूल खोलना चाहते हैं ,जहां वे महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सकें। वहीं गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शांताबाई को नवारी साड़ी और एक लाख रुपये भेंट किए। ऐसे में शांताबाई की कहानी हमारे लिए प्रेरणादायक है, क्योंकि 85 की उम्र में कुछ यूं करतब दिखाना आसान नहीं।

Digi Shala News Salutes Shakuntala Devi Ji!

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