Ashok Lodhi - मिलिए, छत्तीसगढ़ के ‘सिनेमा वाले बाबू’ टीचर से जो,TV दिखाकर बच्चों को पढ़ाते हैं
Ashok Lodhi - मिलिए, छत्तीसगढ़ के ‘सिनेमा वाले बाबू’ टीचर से जो,TV दिखाकर बच्चों को पढ़ाते हैं
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Ashok Lodhi |
जहां देशभर में कोरोना महामारी की वजह से 21 मार्च से सभी स्कूल बंद है और बच्चों को ऑनलाइन तरीके से शिक्षा प्रदान किया जा रहा है, वहीं छत्तीसगढ़ में कोरिया जिले के शिक्षक अशोक लोधी ने बच्चों को पढ़ाने का अनोखा तरीका निकाल मिसाल पेश की है। अशोक लोधी छात्रों को पढ़ाने के लिए बाइक पर टीवी लेकर घूमते हैं और गांव- गांव में बच्चों को शिक्षा प्रदान करते हैं। शिक्षक ने कोरोना संकट के समय यह केवल बच्चों का ध्यान आकर्षित करने के लिए यह नायाब तरीका अपनाया है। ताकि बच्चे अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे सके। वैसे बता दें कि बच्चे काफी खुश नज़र आ रहे है, और वो काफी अच्छे तरीके से पढ़ाई भी कर रहे हैं।
कोरोना की वजह से अभी तक स्कूल-कॉलेज बंद हैं, इसलिए अशोक लोधी गांव - गांव जाकर छात्रों के लिए मोहल्ला क्लास आयोजित करते हैं। वो बच्चों को पढ़ाने के लिए टीवी और स्पीकर साथ ले जाते हैं, ताकि बच्चे पढ़ाई के साथ कार्टून भी देख सके। अशोक लोधी का कहना है कि टीवी देखने की वजह से बच्चे काफी दिचलस्पी लेकर पढ़ाई करते हैं। उनका सोचना है कि बच्चों के लिए एक ऐसा माध्यम विकसित करें, जिससे कि वे मन लगाकर पढ़ें। शिक्षक अशोक लोधी को छात्रों को पढ़ाने के लिए किसी भी प्रकार का खर्चा नहीं उठाना पड़ता है, क्योंकि टीवी उन्हें स्कूल की तरफ से ही दिया गया है। इस नायाब काम के लिए गांव के लोगों ने भी उन्हें काफी ज्यादा प्रोत्साहित किया।
ज्यादातर बच्चों को कार्टून देखना बेहद ही पसंद होता है,इसलिए बच्चे कार्टून देखने के साथ ही पढ़ाई भी कर लेते है। बता दें कि कोरोना की वजह से कई महीनों से देशभर में स्कूल बंद हैं। जहां शहर के बच्चों को ऑनलाइन क्लास के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है, वहीं गांवों में बच्चों की पढ़ाई छूट गई है। इसलिए अशोक लोधी ने गांव के बच्चों को शिक्षित करने के लिए अनोखा तरीका निकाला,ताकि कोरोना का प्रभाव मासूम बच्चों की पढ़ाई पर न पड़े। बच्चों का भी कहना है कि कार्टून देखकर पढ़ना काफी मजेदार है।
वहीं, अशोक लोधी द्वारा इस अनोखे प्रयास के लिए उन्हें सिनेमा वाले बाबू बुलाया जाता है. उन्होंने कहा कि इसी तरीके से पढ़ाने के लिए मुझे कोई अतिरिक्त पैसे खर्च नहीं करने पड़े, क्योंकि टीवी हमारे स्कूल से है और मैं वैसे भी कक्षाएं लेने के लिए कई स्थानों का दौरा करता हूं. स्थानीय प्रशासन ने भी मेरे इस कार्य के लिए मुझे प्रोत्साहित किया है। उनकी मानें तो बच्चे अब काफी उत्साह से पढ़ रहे हैं। अपने इस अनोखे क्लास के चलते अशोक लोधी सिनेमा वाले बाबू के नाम से मशहूर हो चुके हैं।